ईडी ने डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवान को इकबाल मिर्ची कनेक्शन मामले में किया अरेस्ट

प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने 27 जनवरी को रियल इस्टेट कंपनी डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवान को अरेस्ट कर लिया। वाधवान को इकबाल मिर्ची मामले से कनेक्शन होने पर गिरफ्तार किया गया है। एजेंसी ड्रग स्मगलिंग करने वाले इकबाल मेनन ऊर्फ इकबाल मिर्ची से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले में जांच कर रही है। इकबाल मिर्ची की मौत 14 अगस्त 2013 में हो गई है। लेकिन मनी-लॉन्ड्रिंग की मामले की जांच में मिर्ची से जुड़े लोगों की धरपकड़ तेज हो गई है। कपिल वाधवान को ईडी ने  स्पेशल कोर्ट के सामने पेश किया। जानकारी के मुताबिक, इस मामले की जांच कर रहे एक अधिकारी ने कहा, "वाधवन को पूछताछ के लिए गिरफ्तार किया गया है। ईडी ने स्पेशल जांच में पूछताछ के लिए वाधवन को गिरफ्तार किया है।" ईडी ने स्पेशल कोर्ट से वाधवन की 7 दिनों की कस्टडी मांगी है।
डीएचएफएल के प्रमोटर कपिल वाधवन के खिलाफ पहले ही लुकआउट नोटिस जारी है ताकि वह देश छोड़कर भाग ना सके। यह पूरा मामला सनब्लिंक रियल एस्टेट प्राइवेट लिमिटेड को दिए 2186 करोड़ रुपए के लोन से जुड़ा है। कंपनी इस बात की जांच कर रही है कि इस पैसे का कोई लेनादेना गैंगस्टर इकबाल मिर्ची के साथ था या नहीं।
यह मामला तब उजागर हुआ जब ईडी ने डीएचएफएल के हेडक्वार्टर सहित 8 जगहों पर छापे मारे। ईडी को शक है कि इस नॉन बैंकिंग फाइनेंस कंपनी डीएचएफएल के लिंक इकबाल मिर्ची से जुड़े हुए हैं। इन प्रॉपर्टीज का इस्तेमाल मनी-लॉन्ड्रिंग के लिए किया गया था। ये सारी प्रॉपर्टी 2010-2011 में डीएचएफएल से लोन लेकर खरीदा गया था। जबकि जांच में पता चला है कि जिस तारीख का लोन बताया गया है उस दिन सनब्लिंक रियल्टी ने कोई लोन नहीं लिया है। स्टॉक एक्सचेंज को दी गई जानकारी में कंपनी ने बताया है, "2186 करोड़ रुपए की रकम में प्रिंसिपल के साथ इंटरेस्ट जुड़ा हुआ है।" डीएचएफएल फिलहाल इनसॉल्वेंसी एंड बैंकरप्सी कोड (आईबीसी) में रेज्योलूशन के लिए गई है। ईडी ने इकबाल मिर्ची, उसके बेटे आसिफ मेनन और जुनैद मेनन, हाजरा मेनन की पत्नी, सनब्लिंक रियल एस्टेट के डायरेक्टर सन्नी भटीजा, ब्रोकर रंजीत सिंह बिंद्रा और सनब्लिंक के डायरेक्टर धीरज वाधवान और डीएचएफएल के एक नॉन-एग्जिक्यूटिव डायरेक्टर सहित 16 लोगों के खिलाफ 12,000 पन्नों की चार्जशीट फाइल की है।" alt="" aria-hidden="true" />